Haunted Places In Rajasthan In Hindi : एक तरफ राजस्थान अपनी शाही संस्कृति, भव्य महलों और समृद्ध परंपराओं के लिए मशहूर है, तो वहीं दूसरी तरफ यहाँ कुछ रहस्यमयी और भूतिया जगहें भी हैं, जिनसे जुड़ी कहानियाँ रोंगटे खड़े कर देती हैं।
यह वो स्थान हैं, जहाँ रात के अंधेरे में सन्नाटा नहीं, बल्कि अनजानी आहटें सुनाई देती हैं, और हवा में एक अनदेखी रहस्यमय ऊर्जा महसूस होती है। हर एक ईंट के पीछे कोई न कोई टूटे दिल की दास्तान, छुपे हुए झूठ या अनसुलझे रहस्यों की परछाई बसती है, जो राजस्थान की हवाओं में आज भी गूंजती हैं।
अगर आप भी ऐसे रहस्यमयी और भूतिया जगहों में दिलचस्पी रहते हो तो, आप बिलकुल सही जगह पर हो। इस आर्टिकल में हम आपको राजस्थान की ऐसी खौफनाक और डरावनी जगह के बारे में बताएँगे, जहाँ अंधेरे का एक अलग ही आकर्षण होता है, जो हर किसी के दिल में डर और उत्सुकता दोनों जगाता है।
राजस्थान की सबसे डरावनी और भूतिया जगहें | Haunted Places In Rajasthan In Hindi
राजस्थान की सबसे खौफनाक जगहें
भानगढ़ किला (Bhangarh Fort)
भानगढ़ किला राजस्थान की सबसे रहस्यमयी और भूतिया जगहों की सूचि में पहले स्थान पर आता है। यह किला अलवर जिले के आमेर के पास स्थित है।
कुलधरा गांव (Kuldhara)
एक समय पर धनी गांव कुलधरा आज खंडहर बन चूका है। जैसलमेर के पास कुलधरा गाँव राजस्थान की सबसे डरावनी जगह में शामिल है।
नाहरगढ़ किला (Nahargarh Fort)
नाहरगढ़ किले को सवाई राजा मान सिंह द्वारा बनाया गया था। कहा जाता है की आज भी उनका भूत किले के चारों ओर घूमता है।
राणा कुम्भा महल (Rana Kumbha Palace)
चित्तौड़गढ़ किले के अंदर स्थित राणा कुम्भा महल अपने भव्य स्थापत्य कला के साथ साथ राजस्थान की भूतिया जगह के लिए भी प्रसिद्ध है।
राणा कुम्भा महल का निर्माण 15वीं शताब्दी में मेवाड़ के महान शासक राणा कुम्भा द्वारा किया गया था।
महारानी पद्मिनी और 700 राजपूत स्त्रियों के जौहर से। अलाउद्दीन खिलजी जब चित्तौड़ पर आक्रमण करने आया, तो महारानी पद्मिनी और अन्य महिलाओं ने अपनी गरिमा और सम्मान की रक्षा के लिए इस महल में सामूहिक जौहर (आत्मदाह) कर लिया। यही कारण है कि यह महल सिर्फ एक ऐतिहासिक इमारत नहीं, बल्कि एक रहस्यमयी और भूतिया जगह भी बन गया है।
पर्यटकों और गाइड्स का कहना है कि रात के समय यहाँ महिलाओं के चीखने-चिल्लाने की आवाजें सुनाई देती हैं। महल के अंदर अजीबोगरीब घटनाएँ भी महसूस की गई हैं, जैसे—अचानक ठंडी हवा चलना, किसी के होने का अहसास, परछाइयाँ दिखाई देना और रहस्यमयी ध्वनियाँ सुनाई देना।
यह महल राजस्थान के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है, लेकिन स्थानीय लोग सूर्यास्त के बाद यहाँ जाने से बचते हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने भी इस जगह को एक रहस्यमयी और असाधारण गतिविधियों वाला स्थल माना है।
सुधाबे (Sudhabay)
राजस्थान के पुष्कर के समीप स्थित सुधाबाय न तो किसी प्राचीन महल का खंडहर है और न ही किसी सुनसान जंगल में बसा है, फिर भी इसे भारत के सबसे रहस्यमयी और भयावह स्थानों में शामिल किया जाता है।
भूत-प्रेतों में आस्था रखने वाले लोग इसे भारत के सबसे प्रभावशाली आत्मा मुक्ति स्थलों में से एक मानते हैं। सुधाबाय एक पवित्र कुंड (तालाब) है। यहाँ “भूत मेला” लगता है। यह मेला उन लोगों के लिए होता है, जो मानते हैं कि वे किसी बुरी आत्मा के प्रभाव में हैं।
लोग मानते हैं कि सुधाबाय के जल में स्नान करने से नकारात्मक शक्तियाँ दूर हो जाती हैं और व्यक्ति को भूत-प्रेतों के असर से छुटकारा मिल जाता है।
जल महल (Jal Mahal)
- जल महल का निर्माण 18वीं शताब्दी में राजा सवाई माधो सिंह ने करवाया था। इसे गर्मियों के दौरान शाही परिवार के आराम और शिकार के लिए बनाया गया था। लेकिन, धीरे-धीरे यह महल वीरान होता गया और इसके चारों ओर रहस्यमयी कहानियाँ फैलने लगीं।”
- “यह महल पाँच मंजिला है, लेकिन इसकी चार मंज़िलें पानी में डूबी रहती हैं और सिर्फ ऊपरी मंज़िल ही दिखती है। शायद यही कारण है कि इसके अंदर क्या छिपा है, यह अब भी एक रहस्य बना हुआ है।”
स्थानीय लोगों का कहना है कि रात के समय महल के अंदर से अजीबोगरीब आवाज़ें सुनाई देती हैं। किसी के चलने की आहट, हल्की-हल्की सरसराहट और कभी-कभी तो किसी के चिल्लाने की आवाज़ भी सुनाई देती हैं।
जगतपुरा (Jagatpura)
जयपुर का सबसे डरावना और भूतिया स्थान
स्थानीय लोग दावा करते हैं कि रात होते ही इस इलाके में अजीबोगरीब आवाजें गूंजने लगती हैं और सफेद कपड़े पहनी कुछ रहस्यमयी परछाइयाँ देखी गई हैं।
मान्यता है कि सैकड़ों साल पहले इस इलाके के राजा ने अपने लोगों पर अत्याचार किए थे। राजा के शासनकाल में आम जनता को अत्यधिक कर (टैक्स) देना पड़ता था, और भूख, पीड़ा और गरीबी के कारण कई लोग अकाल में मर गए। कहा जाता है कि इन लोगों की आत्माएँ अब भी यहाँ भटक रही हैं और बदला लेना चाहती हैं।
जगतपुरा में बने कुछ पुराने मकानों में रहने वाले लोगों ने बताया कि उनके घर के दरवाज़े और खिड़कियाँ बिना किसी हवा के अपने आप खुलने और बंद होने लगते हैं। यह घटनाएँ अक्सर रात के समय होती हैं, जब चारों ओर सन्नाटा होता है
बृज राजभवन (Brijraj Bhawan Palace)
राजस्थान के कोटा शहर में स्थित बृज राजभवन अंग्रेजों के समय की हवेली थी। विद्रोह के दौरान मेजर चार्ल्स बर्टन अपने दो जुड़वां बच्चों के साथ कोटा रेजीडेंसी, जिसे ब्रिज भवन के नाम से जाना जाता है, में रहते थे। जब विद्रोह भड़का, तो सिपाहियों ने इस भवन को चारों ओर से घेर लिया और भीतर घुसकर मेजर चार्ल्स बर्टन और उनके बेटों की बेरहमी से हत्या कर दी। कहा जाता है कि तभी से मेजर की आत्मा इस भवन में भटक रही है, क्योंकि अब तक उन्हें शांति नहीं मिल सकी है।
चांद बावड़ी (Chand Baori)
प्रेतवाधित संरचना का एक और वास्तविक उदाहरण राजस्थान में एक और बावड़ी, चांद बावड़ी है, जो सबसे गहरे में से एक है। स्थानीय लोगों की परंपरा है कि कहीं-कहीं यह बावड़ी रात के समय भूतों द्वारा बनाई जाती थी। जो लोग इसकी गहराई में जाते हैं, वे बताते हैं कि उनके पूरे शरीर में अजीब सी अनुभूति होती है। यह बावड़ी राजस्थान राज्य में प्रेतबाधा के बारे में हिंदी कहानियों में एक नियमित संदर्भ है।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर (Mehandipur Balaji)
दौसा के पास मेहंदीपुर बालाजी मंदिर, जिसे कभी-कभी आत्मा का रिज़ॉर्ट भी कहा जाता है, भूत-प्रेत से मुक्ति और उपचार प्रदान करने के लिए निर्धारित है। कुछ आगंतुक बताते हैं कि उन्होंने भूत-प्रेत भगाने की कुछ क्रियाएं होते देखी हैं और माहौल उत्साहपूर्ण महसूस होता है। यह मंदिर हिंदी लोगों के लिए राजस्थान के शीर्ष 10 प्रेतवाधित स्थानों में से एक है।
निष्कर्ष
उपयुक्त आर्टिकल में हमने आपको राजस्थान की सबसे डरावनी और खौफनाक जगह के बारे में बताया है। ऐसी जगह पर कई बार रिस्क हो सकता है इसलिए हमारा यह निवेदन है की राजस्थान की भूतिया जगह पर जाने से पहले एक बार जरूर सोचे।
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